दिल बदल जाता है दिन की तरह
दिल मिल जाता है दिल की तरह
प्रेम की किरणों में नहाने लगा
इठलाने, इतराने, सँवरने लगा
दिल की पूछो न तब हाले-बयां
फूलो -सा मचलने और गाने लगा
दिल भर जाता है झील की तरह
खिलते है कमल पर महकते नहीं
उठती हैं लहरें पर बहकती नहीं
जब होती है बारिश तो भरता है झील
नहीं तो बूंदों को तरसता है झील
दिल चुभ जाता है कील की तरह
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Dil badal jata hai din ki tarah
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दिल मिल जाता है दिल की तरह
प्रेम की किरणों में नहाने लगा
इठलाने, इतराने, सँवरने लगा
दिल की पूछो न तब हाले-बयां
फूलो -सा मचलने और गाने लगा
दिल भर जाता है झील की तरह
खिलते है कमल पर महकते नहीं
उठती हैं लहरें पर बहकती नहीं
जब होती है बारिश तो भरता है झील
नहीं तो बूंदों को तरसता है झील
दिल चुभ जाता है कील की तरह
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Dil badal jata hai din ki tarah
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