चाँद तो एक ही है
पलकों को झुका कर
मुझसे नजरें छुपाने की कोशिश न कर,
फासले दीवार नहीं बन सकते
मैंने तो तुमसे नजरें तब भी मिलायी थी
देख कर चाँद को,
जब जमीं की दूरियाँ बहुत थीं,
क्योंकि चाँद तो एक ही है
जिसे तुम भी देखती हो
और मैं भी
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